apne gamo ki u numaish na kar,
apne nashib ki yu aazmaish na kar,
jo tera hai tera dar par khud aayega,
roz use pane ki khwaish na kar
सबने कहा दोस्ती एक दर्द है हमने कहाँ ये दर्द भी क़ुबूल है !!
इस दर्द के साथ जी नहीं पाओगे, हमने कहाँ दोस्ती मे मारना भी क़ुबूल है !!
गुमनाम होती है दिन किसी के नाम होता है !!
हम ज़िंदगी कुछ इस तरह जीते हैं ह्रर लम्हा दोस्तों के नाम होता ह
Har kisi ki ajib kahani hai,
Chup rahna bhi pyar ki nishani hai,
Zakhm nahi fir bhi kyu dard ka ehsas hai,
Lagta hai dil ka ek tukda aaj bhi kisi ke paas hai....!!!!!
कहने को तो है दोस्त सभी,
पर दिल के करीब कोई नहीं|
हमने वादा किया दोस्ती का हर किसीसे,
पर पायी नहीं दोस्ती किसीसे|
हमने हर पल सोचा,
एक सच्चा दोस्त हो हमारा|
पर दुनिया में सच्चा दोस्त मिलता कहाँ?
जब बच्चे को माँ का क्यार नहीं मिलता,
जब प्रेमी को प्रेमिका का प्यार नहीं मिलता,
जब रिश्तेदारों का साथ ज़िन्दगी में नहीं मिलता,
तो कैसे मिलता सच्चा दोस्त?
ज़िन्दगी की राहों में मिला एक दोस्त
जो लगता था सच्चा|
पर वो भी इस दुनिया के मतलब में खो गया|
बहुत धुन्ध बहुत खोजा,
पर वो दोस्त कहाँ खो गया ये जान न पाए हम|
इस दुनिया में अपने बेगाने हैं,
पर सच्च कहूँ तो बेगाने के प्यार से दुनिया रोशन है|
वो बेगाना कौन है?
ये हर किसीका सपना है
पर न जाने ये अपना बेगाना कौन है|
अपनों की दुनिया में बेगाने नहीं हैं|
पर बेगानों की दुनिया में ये अपना बेगाना है|
Barish aur main,
dono ek jaisay hain, rote hain,
tadapte hain,
sisakte hain, machalte hain,
bond bond dard ka!
khamoshi se apni ragoon main utar lete hain,
aur phr muskura kar chupke se..
chup ki chaddar odh lete hain..
haan sahyad,
BARISH aur MAIN dono ek hi jaisay hain
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